ड्राई आंखों के लक्षण / उपचार/ इलाज

ड्राई आंखों के लक्षण / उपचार/ इलाज-




आँखें शरीर का काफी नाज़ुक अंग होती हैं और कई तरह की समस्याएं ऐसी हैं जिनसे ये प्रभावित हो सकती हैं। आँखों के संक्रमण के कई कारण हो सकते हैं, पर इनके मुख्य कारण होते हैं छोटे जीवाणु और वायरस से हुआ संक्रमण। कभी कभी ऐसे संक्रमण आँखों में कुछ चले जाने की वजह से होते हैं जैसे धुल या गन्दगी। जो लोग खराब लेंस पहनते हैं उनके भी इस संक्रमण के शिकार होने की संभावना काफी ज़्यादा रहती है। ऐसी दिक्‍कत से परेशान होने वाले अकेले इंसान नहीं है, आजकल हर तीसरे इंसान को आंखों में जलन, खुजली और ड्राईनेस की समस्‍या है। ड्राई आंखों का मतलब होता है पलकों के नीचे आंखों में रूखापन आ जाना। सर्दियों में इस तरह की समस्‍या ज्‍यादा होती है क्‍योंकि वातावरण में ठंडी हवा चलती है और घर के अंदर का तापमान बाहर से अलग होता है, ऐसे में आंखों पर असर पड़ता है। आंखों की सही क्रियाकलाप के लिए आंखों में आंसू का बनना जरूरी होता है, अगर आंखों में आंसू न बनते हो, तो आपको ड्राई आईज की प्रॉब्लम है, क्‍योंकि आंसू आपकी आईबॉल को गीला करने का काम करते है।
आंखों के ड्राई होने से दृष्टि कम हो सकती है और कई केस में आईबॉल खराब भी हो जाती है, जिससे व्‍यक्ति अंधा हो जाता है। हाल ही में प्रकाशित एक न्‍यूज रिपोर्ट के अनुसार, 50 वर्ष से ज्‍यादा उम्र वाले लोगों में ऐसी समस्‍या होने के चांसेस ज्‍यादा होते है। ये समस्‍या महिलाओं में ज्‍यादा होती है जिन्‍हे कम उम्र में ही मेनोपॉज की समस्‍या हो जाती है।



ड्राई आंखों के लक्षण :


आंखों में खुजली, जलन, संवेदनशीलता, लाली, आंखों की नमी का अचानक कम हो जाना वगैरह ड्राई आईज के कुछ सामान्य लक्षण हैं. 
1) आंखों में सुखापन लगना और खुजली होना।
2) पूरे दिन आंखों में इरीटेशन होना।
3) आंखों में भारीपन लगना और लाल पड़ना।
4) हल्‍का धुंधला दिखना या आंखों के सामने जाला जैसा बनना।


वजह : -
ड्राई आईज की कई वजहें हो सकती हैं, जिनमें से बदलता मौसम, सर्जरी, मेकअप और भी कई शामिल हैं. चलिए नजर डा़लते हैं ऐसी ही कुछ वजहों पर...


स्मॉग - नेत्र चिकित्सक डॉ. अंशिमा के अनुसार आंखों से संबंधित समस्याओं के लिए अगर हम कहें की जाड़ा सबसे बुरा मौसम है, तो यह गलत नहीं होगा, क्योंकि इस दौरान वातावरण मे स्मॉग (फॉग और धुएं का मिश्रण) बहुत बढ़ जाता है. इनकी वजह से आंखों की ड्राई आईज जैसी समस्या बढ़ जाती है. ऐसा नहीं है कि केवल स्मॉग ही ड्राई आईज का कारण है, लेकिन हम इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते कि यह ड्राई आईज या एलर्जी जैसी समस्याओं को बढ़ाता है.


सर्जरी - कई बार ऐसा भी देखा गया है कि किसी तरह की आंखों की सर्जरी के बाद कुछ समय तक ड्राई आईज की समस्या हो जाती है.


हॉर्मोन - ड्राई आईज की समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को अधिक होती है, जिसका कारण प्रेग्नेंसी या गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन की वजह से महिलाओं के हार्मोन में आया परिवर्तन हो सकता है.


मेकअप - हेवी आई मेकअप से कई बार ऐसा होता है कि आखों के ऑयल ग्लैंड्स में ब्लॉकेज हो जाता है, जिसके कारण भी ड्राई आईज की समस्या हो जाती है.

उपचार/इलाज - उपचार/इलाज से अच्‍छा होता है सुरक्षा करना, ख्‍याल रखना। इसलिए ड्राई आंखों को सही रखने के उपाय निम्‍म प्रकार है :


  1. ठंडी हवा और तेज रोशनी से बचने के लिए सनग्‍लासेस पहनें। 
  2. अगर कंडीशन ज्‍यादा खराब लगे तो डाक्‍टर को दिखा लें। समय पर ड्रॉप डालें और ट्यूब लगाएं।
  3.  हीटर के साथ रूम में एक ह्यूमिडफायर भी इस्‍तेमाल करें, इससे अंदर की हवा में पर्याप्‍त नमी रहेगी।
  4. सारा दिन आंखों पर जोर देने वाला काम न करें। गर्म सेंक दें। कपड़ें को हल्‍का गर्म करके आंखों के ऊपर रखें, इससे खुजली और जलन में दिक्‍कत होगी।
  5. अपने भोजन में ओमेगा 3 शामिल कर लें, जो मछली में पाया जाता है।
  6.  घर के वातावरण हो हल्‍का ह्यूमिड रखें।
  7. पर्याप्‍त पानी पिएं, जिससे बॉडी हाईड्रेड रहे।
  8.  ग्रीन टी का सेवन करें, रेगुलर चाय पीने से बेहतर है कि ग्रीन टी पी जाएं। इसे पीने से आंखों में तनाव नहीं होगा।
  9. आंखों को जितना हो सके मोबाइल और लैपटॉप से दूर रखें.
  10.  ड्राई आईज होने पर तुरंत किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें. बिना डॉक्‍टर की सलाह के किसी भी तरह की दवा का इस्‍तेमाल न करें.
  11. ड्राई आईज होने की स्थिति में कभी भी आंखों को धुएं के सम्‍पर्क में न लाएं. 
  12. ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी पिएं और विटामिन ए, सी, ई और ओमेगा फैटी ऐसिड युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करें.
  13.   बिना चिकित्सक की सलाह के कॉन्टैक्ट लेंस का इस्‍तेमाल न करें. 





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